Pauranik Mandiro ki Divya Gatha
भारतवर्ष का इतिहास और संस्कृति अपने आप में एक अमूल्य धरोहर है ।भारत के पुराने मंदिर अपनी एक पौराणिक गाथा कहते है और आने वाले युगों को आध्यात्मिक संदेश भी देते है । सतयुग ,त्रेतायुग, द्वापरयुग,के कितनी ही देवी-देवताओं और उनके अवतारों की कहानी इन मंदिरो में समायी हुई है ।
देवों के देव महादेव हों या भगवान विष्णु या फिर हो भगवान राम भारत के कितने मंदिर इनकी पौराणिक गाथा आज भी लिये हुए खड़े है। ।कुछ मंदिर ऐसे भी है जो स्वयं भगवान ने स्थापित किये है और कुछ को वरदान है ।
इस पुस्तक के द्वारा कुछ ऐसे ही मंदिरों की पौराणिक कथा को लिखने का प्रयास किया है ।
मंदिर कैसे बने। पौराणिक कथा और मान्यता ।मंदिर को क्या वरदान है किसने दिया ।इन सब को कहानी द्वारा बताने का प्रयत्न किया है ।
पुस्तक में मंदिरो की पौराणिक कथा अभिप्राय है ।हमारे भारतवर्ष का गौरवशाली इतिहास और आध्यात्मिक धरोहर आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचना ज़रूरी है