
Ishq Ibaadat Sa
क्या है इश्क़? कैसे हो जाता है रूहानियत सा इश्क़ और जब होता है हर पल साथ एक अलग ही सुकून रहता है ! इसको महसूस करने वाले अपनी एक अलग दुनिया बना लेते है। इश्क़ इंसान को संयम और त्याग भी सिखा जाता है और रूहानी इश्क़ तो उसके लिए इबादत सा हो जाता है ।
जैसा बोला गया है “ Dance like no one is watching." वैसे ही इश्क़ ऐसा करो की अगर टूट भी गए तो भी सिर्फ़ महको।
इश्क़ ना केवल इंसान को एक बेहेतरिन इंसान बनाता है बल्कि इंसान से आसपास के लोगों को भी खुशी से महका देता है। आख़िर रूहानी इश्क़ होता ही ऐसा है किसी एक इंसान में ईश्वर दिखा देता है।
इस पुस्तक में कुछ ऐसे ही रूहानी इश्क़ के भावों को कविता का रूप देते हुए लिखने का प्रयत्न किया है।
ये कविताएँ उन सब को स्पर्श करेगी जिन्होंने कभी इश्क़ किया और जिया है, जो अभी इश्क़ में है, और जो आने वाले समय में इश्क़ करेंगे ।
जिन्होंने नहीं किया वो भी ये किताब पढ़कर "सरीन की कलम" से लिखी गयी इश्क़ की कहानी से इश्क़ में पड़ जाएँगे।