top of page
Poetry
Ibaadat
इबादत महज़ एक पुस्तक नहीं,कविता नहीं बल्कि
एक जज्बात है। इबादत पावन प्रेम को जीवित करने का
एक प्रयास है। इबादत समाज से एक प्रश्न भी है और एक
संदेश भी है। इबादत प्रेम के दो पहलुओं-संयोग और वियोग का एक अनूठा मिश्रण है। इबादत में प्रेम के सभी स्वरूपों का वर्णन किया गया है। वर्तमान में प्रेम के अर्थ का अनर्थ जो समाज ने कर दिया है, इबादत उसे वापस उसका स्वरूप देने का प्रयास है। इबादत न केवल आपसी बल्कि वतन से भी प्यार को दर्शाती है। हर आदमी के लिए उसका पहला प्यार वतन होना चाहिए, इबादत यही संदेश देने प्रस्तुत है।
Featured This Month
bottom of page